UK: Hindu-Muslim clashes in Britain, uproar over removing the flag of the shrine
वर्ल्ड डेस्क: भारत में हिंदू-मुस्लिमों के बीच तनाव की खबरें आती रहती हैं, लेकिन अब ब्रिटेन से भी ऐसे तनाव की खबर आई है। भारत-पाक एशिया कप मैच के बाद से इंग्लैंड के लीसेस्टर शहर में दोनों समुदायों के बीच तनाव है। हिंसा व तनाव की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इसी दौरान एक धर्मस्थल में तोड़फोड़ व झंडा निकालने की भी बात सामने आई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लीसेस्टर में हिंदू-मुस्लिमों के बीच तनाव की शुरुआत एशिया कप मैच में 28 अगस्त को पाकिस्तान की हार से हुई थी। इसके बाद छह सितंबर को लीसेस्टर में गुस्साए पाकिस्तानी मुसलमानों ने हिंदुओं को निशाना बनाया था। इसी दौरान एक समुदाय ने दूसरे के समुदाय के एक धर्मस्थल का झंडा उखाड़ दिया था। रविवार को फिर दूसरे समुदाय के धर्मस्थल में तोड़फोड़ की खबर मिली। इस घटना के वीडियो भी वायरल हो रहे हैं।
लीसेस्टर पुलिस ने हिंसा के मामले में अब तक 27 लोगों को गिरफ्तार किया है और शांति की अपील की, लेकिन तनाव कायम है। ब्रिटेन के इस शहर में अशांति व गड़बड़ी की कई घटनाएं हो चुकी हैं। सोशल मीडिया में जारी रिपोर्टों में दावा किया गया कि ताजा हिंसा एक विरोध मार्च के कारण फैली। इसके वीडियो फुटेज में पुलिस को भीड़ को लोगों को रोकने की कोशिश करते हुए दिखाया गया है। इसी दौरान कांच की बोतलें फेंकी गईं और कुछ लोगों लाठियां और डंडों लेकर सड़क पर नजर आए।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इलाके में शांति बहाल करने के प्रयास जारी हैं। बड़ी संख्या में लोगों की तलाशी ली गई है। हिंसा और नुकसान की कई घटनाएं सामने आई हैं। इनकी जांच की जा रही है। वीडियो फुटेज में लीसेस्टर के मेल्टन रोड पर एक धर्मस्थल के बाहर एक व्यक्ति को झंडा खींचते हुए दिखाया गया है। हालांकि पुलिस ने किसी धर्मस्थल पर तोड़फोड़ या झंडा निकाले जाने की घटना से इनकार किया है।
पुलिस ने कहा है कि हिंसा या अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। लीसेस्टर के हिंदुओं का कहना है कि वे शनिवार रात की झड़प व अव्यवस्था से बहुत दुखी और स्तब्ध हैं। पिछले कई दशकों से शहर में सद्भाव से रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों की घटनाओं से चिंतित हैं। संजीव पटेल ने कहा कि हिंदू और जैन समुदाय में और हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों और नेताओं के साथ हम लगातार शांति के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने लोगों को सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार से सावधान रहने की अपील की।