हिंदुस्तान को नक्शे से मिटाने का था प्लान, हनीप्रीत ने किया था वीडियो वायरल
इंडिया न्यूज सेंटर,पंचकुलाः डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख बाबा गुरमीत की राजदार हनीप्रीत 6 दिन पुलिस रिमांड पर थी और मंगलवार को बार फिर से कोर्ट ने उसे 3 दिन की रिमांड पर भेज दिया। इन सब के बीच खबर आ रही है कि हनीप्रीत ने कल अपना गुनाह कबूल कर लिया है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, एसआईटी ने कहा है कि हनीप्रीत ने ही देश विरोधी वीडियो बनाकर वायरल किया था। इस वीडियो में नारेबाजी की जा रही थी कि अगर बाबा को सजा हुई तो हिंदुस्तान का नक्शा दुनिया से मिटा देंगे। पुलिस को अब हनीप्रीत का लैपटॉप बरामद करना है। साथ ही, सुखदीप के रिश्तेदार के घर बिजनौर में छुपाए गए हनीप्रीत के मोबाइल को भी बरामद करना है जिसमें इस वायरल वीडियो के सबूत हैं।
हनीप्रीत के लैपटॉप में कई सुराग
हनीप्रीत ने पंचकूला में दंगा भड़काने के लिए जिस लैपटॉप-मोबाइल का इस्तेमाल किया था, उसे रिकवर करना है। ये दोनों चीजें सिरसा डेरे में छिपाई गई हैं। इनमें दंगों के लिए बनाए गए नक्शे व मेंबरों की ड्यूटी का जिक्र है। दंगा भड़काने वाले आदित्य इंसां, पवन इंसां, नवीन नागपाल उर्फ गोबीराम को पकड़ना है। ये लोग हिमाचल के रामपुर बुशहर और गुरुग्राम में हैं। इसके अलावा उसके सहयोगी मोहिंदर इंसां को ग्वालियर के पास एक फार्म हाउस से पकड़ना है।
बाबा के पीए राकेश ने कबूला
राकेश को कोर्ट ने कल ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया है। हनीप्रीत के कहने पर बनाए जाली दस्तावेज गुरुसर मोडिया में मौजूद हैं। पुलिस को बताया कि सिरसा डेरे में 17 अगस्त को हुई मीटिंग में वह शामिल था। उसने बताया है कि पंचकूला में दंगे की फंडिंग ब्लैक मनी से की गई थी। इस साजिश पर होने वाले खर्च का अनुमान लगाया गया और फिर फर्जी डॉक्यूमेंट्स तैयार कराए गए ताकि ब्लैक मनी को वाइट किया जा सके। हनीप्रीत के कहने पर उसने ही फर्जी डॉक्यूमेंट्स बनवाए। ये डॉक्यूमेंट्स राजस्थान के गुरुसर मोडिया डेरे में हैं।
अहम सबूत
1. वीडियो: हनीप्रीत सेलेक्ट करती थी कौन सा वायरल करना है।
बाबा को दोषी करार दिए जाने से पहले ही समर्थक पंचकूला पहुंचने लगे थे। यहां से वीडियो बनाकर हनीप्रीत को भेजी जाती थी। हनीप्रीत चेक करती थी कि कहां समर्थक ज्यादा दिख रहे हैं और लोगों को कहां फिट करना है। इसके बाद दोबारा वीडियो बनवाकर उसे वायरल करती थी। दिन में 10-12 वीडियो बनवाए जाते थे।
2. मैप पर मार्किंग: कहां से एंट्री, कहां हिंसा फैलाना आसान
हनीप्रीत ने पंचकूला के नक्शों पर मार्क किया था कि समर्थक कहां-कहां से शहर में दाखिल हो सकते हैं। समर्थकों को कहां से कहां तक आसानी से पहुंचाया जा सकता है। रूट प्लान के साथ दंगा करने के लिए कहां रुकना है आदि प्लानिंग लैपटॉप में है।