RJD-JDU की बैठकें आज
इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः बुधवार का दिन बिहार की राजनीति की लिए अहम साबित होने वाला है। राष्ट्रीय जनता दल पर तेजस्वी यादव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सहयोगी पार्टी जेडीयू की तरफ से दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है, तो महागठबंधन को लेकर भी लालू की परेशानी बढ़ चुकी है। नीतीश कुमार साफ कह चुके हैं कि तेजस्वी यादव पर खुद आरजेडी ही फैसला ले, ऐसे में आज जब 12 बजे से आरजेडी विधायकों की बैठक होगी, तो तेजस्वी यादव को बचाने के लिए आरजेडी जरूर नई रणनीतियों पर चर्चा करेगी। वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार चाहते हैं कि 28 जुलाई से पहले तेजस्वी मंत्रिमंडल से हट जाएं और इस बात को आरजेडी तक पहुंचा दिया गया है। इस मुद्दे पर भी आरजेडी की बैठक में फैसला होने की उम्मीद है, क्योंकि अगर आरजेडी तेजस्वी को पीछे नहीं खींचेगी, तो जेडीयू को ही बड़ा फैसला लेना पड़ सकता है। पिछली बैठक में आरजेडी ने कहा था कि वो तेजस्वी पर किसी भी हाल में कार्रवाई नहीं होने देगी, जिसके बाद से जेडीयू नेताओं ने नए सिरे से आरजेडी पर हमले बोले थे। वहीं, आरजेडी की बैठक के बाद ही जेडीयू की बैठक भी होने वाली है। शाम 5 बजे जेडीयू विधायक पटना में बैठक करेंगे, और माना जा रहा है कि आरजेडी की बैठक से निकली बातों पर ही जेडीयू की बैठक में भी चर्चा होगी और इसी दौरान तेजस्वी यादव के पद के साथ ही महागठबंधन पर भी फैसला हो सकता है। आरजेडी-जेडीयू की ये बैठकें अलग अलग समय पर होंगी। पर दोनों ही बैठकों में महागठबंधन और तेजस्वी यादव के ही छाए रहने पर बातचीत होगी। वैसे भी आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद यादव और उनका पूरा परिवार भ्रष्टाचार के आरोपों के चलने लगातार निशाने पर है और उनकी बेटी पर हुई ईडी की हालिया कार्रवाई के बाद उनपर भी तेजस्वी को पद से हटाने का दबाव पड़ रहा है। तेजस्वी पर बेनामी संपत्ति के मामले में केस चल रहा है और बीजेपी लगातार सरकार पर तेजस्वी को लेकर हमलावर रही है। ऐसे में नीतीश कुमार पर भी सीधी कार्रवाई का दबाव बन रहा है, पर नीतीश कुमार ने अपनी आखिरी रणनीति के तहत गेंद आरजेडी के पाले में डाल दी है। ऐसे में आरजेडी की बैठक से ही महागठबंधन का भविष्य भी तय होने वाला है। वैसे भी जेडीयू नेता साफ कह चुके हैं कि तेजस्वी को अपनी बेगुनाही खुद साबित करनी होगी। पर तेजस्वी कोई भी सफाई देने के मूड में नजर नहीं आ रहे। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार ने जिंदगी भर भ्रष्टाचार से परे रहकर राजनीति की है। पर तेजस्वी पर लगे आरोपों के बाद उन्हें भ्रष्टाचार को लेकर काफी कुछ सुनना पड़ रहा है। ऐसे में नीतीश कुमार चाहते हैं कि खुद आरजेडी ही तेजस्वी पर फैसला ले।