Railway Ministry's decision to give trolley bags to running staff
लोकोमोटिव में परमानेंट टूल बॉक्स लगाने से बच सकते है करोड़ो रुपये
देश भर में ऑल इण्डिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन द्वारा रेलवे के उस आदेश का विरोध करने के लिए की तैयारियों का जायजा लिया
ऑल इण्डिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन, फिरोजपुर डिवीजन की मण्डल कार्यकारिणी की ऑनलाइन मीटिंग संपन्न
रजनीश शर्मा,जालंधरः रेलवे का अपने रनिंग स्टाफ को ट्रॉली बैग देने का फैसला तूल पकड़ता जा रहा है। हालांकि रेल मंत्रालय देश के 40 हजार लोको पायलट को 5000 रुपए प्रति व्यक्ति प्रति 3 वर्ष देने को तैयार है। जबकि रनिंग स्टाफ व AILRSA का मानना है कि रेल मंत्रालय के इस तुगलकी फरमान से रेलवे का करोड़ो रुपये बचाया सकता है, अगर रेल मंत्रालय 12 हजार लोकोमोटिव में परमानेंट टूल बॉक्स लगा दे। रेल मंत्रालय यह क्यों नही कर रहा है, यह एक जांच का विषय है?
रविवार को फिरोजपुर मंडल के मंडल सचिव कॉमरेड सोमनाथ भद्रा एवम AILRSA, उत्तर रेलवे जोन के जोनल सचिव पदम सिंह गंगवार ने मीटिंग में साथियों को केंद्रीय कार्यकारिणी के निर्देशानुसार 08/03/2022 को देश भर में ऑल इण्डिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन द्वारा रेलवे के उस आदेश का विरोध करने के लिए की तैयारियों का जायजा लिया, जिस आदेश में रेलवे बोर्ड ने रनिंग स्टाफ को ट्रॉली बैग देने के आदेश देकर कुली बनाने का आदेश दिया है।
जोनल सचिव ने बताया कि रेलवे देश के लगभग 40000 लोको पायलट को 5000 रुपए प्रति व्यक्ति प्रति 3 वर्ष देने को तैयार है, जबकि यही काम मात्र 12 हजार के लगभग लोकोमोटिव में परमानेंट टूल बॉक्स लगाकर रेलवे के करोड़ों रुपए बचाए जा सकते हैं।
मीटिंग में फिरोजपुर मंडल के समस्त शाखाओं के AILRSA पदाधिकारी उपस्थित थे और सबने अपने अपने विचार रखे तथा सभी ने 8 मार्च के विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए पूर्ण योगदान की बात कही है।