इंडिया न्यूज सेंटर, बैजनाथ- उपमंडल बैजनाथ के अंतर्गत आने वाली पचायतों सेहल, गणखेतर, पपरोला, बैजनाथ व अन्य गांवों के किसान पहले समय पर बारिश न होने से परेशान थे और अब जब बारिश हो गई है तो बंदरों व बेसहारा पशुओं से परेशान हैं। कई गांवों में तो किसानों ने आधी से ज्यादा भूमि पर बिजाई करना ही छोड़ दी है। जहां थोड़ी बहुत जमीन पर बिजाई की जाती है, वहां पर बंदरों व बेसहारा पशुओं के कारण भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। किसानों ने सरकार व विभाग से कई बार मांग की है कि बंदरों की रोकथाम के लिए जंगलों में फलदार वाले पौधे रोपित किए जाएं। लोगों का यह भी कहना है कि बेसहारा पशुओं की संख्या में प्रतिदिन इजाफा हो रहा है तथा बेसहारा पशु लोगों और वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। सेहल के लोगों का कहना है कि लोग ट्रकों व जीपों में बेसहारा पशुओं को यहां रात में छोड़ जाते हैं। वन विभाग का कहना है कि विभाग ने बंदरों की रोकथाम के लिए जगलों में ज्यादातर फलदार पौधे लगाए हैं लेकिन लोग उन पौधों को नुक्सान पहुंचा रहे हैं।