जितेंद्र, पठानकोट : मंजिल उन्हें मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। इन पंक्तियों को साकार किया है गांव पनियाड की 22 नवजोत कौर ने। नवजोत ने भारतीय नौसेना में सब लेफ्टिनेंट बन अपने माता पिता के साथ प्रदेश का नाम रोशन किया है। नवजोत कौर की इस उपलब्धि पर शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद की ओर से एक समारोह आयोजित करके गौरव उसे सम्मानित किया गया। इस दौरान नवजोत कौर ने परिषद का धन्यवाद किया तथा कहा कि उनके पिता सूबेदार अवतार सिंह 2 साल पहले भारतीय सेना की इंजीनियरिंग कोर से रिटायर हुए हैं। घर में सैन्य माहौल होने के कारण बचपन में ही जब वह अपने पिता को यूनिफार्म में देखती तो उनके मन में भी सेना में अफसर बनने की लालसा हिलोर लेने लगी। इसके बाद आठ महीने यूएसए की कंपनी में जॉब की लेकिन मन में सेना की वर्दी पहन देश की सेवा करने का जज्बा पूरा होता न देख उसने इसे छोड़ दिया और एसएसबी की परीक्षा पास कर केरल की एजीमाला से आईएमए की ट्रेनिंग करने के बाद गत 26 नवंबर को वह पासिंग आउट हुई तथा इंडियन नेवी में बतौर सब लेफ्टिनेंट सिलेक्ट हुई। इस अवसर पर जिला एन.आर.आई. सभा के प्रधान एन.पी. सिंह, ग्राम सुधार सभा बहरामपुर के प्रधान विजय सिंह, सूबेदार मेजर एमएल शर्मा, सूबेदार मेजर शाम सिंह, सूबेदार शक्ति पठानिया, कैप्टन अजीत सिंह, कैप्टन बलबीर सिंह, कैप्टन तिरलोक सिंह, नायब सूबेदार रतन चंद, नायब सूबेदार अजीत सिंह, ठाकुर जगदीश सिंह, कुलदीप सिंह, पूर्व सरपंच सतपाल, गुरनाम सिंह बिट्टू, मास्टर एमएस भट्टी, नायक सतपाल, नायक तरसेम सिंह, राजीव शर्मा, दलविंदर सिंह सोनू, बाबा सिंह आदि उपस्थित थे। परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने कहा कि नवजोत ने लेफ्टिनेंट बन अपने माता पिता के साथ पूरे जिले का नाम रोशन किया है। उससे क्षेत्र के युवाओं को उसकी मेहनत व लगन से प्रेरणा लेनी चाहिए।