इंडिया न्यूज सेंटर, अमृतसरः निकाय विभाग के पद पर रहते हुए विधानसभा चुानव में जोर का झटका धीरे से लगने के बाद धराशायी हुए अनिल जोशी हार का ठीकरा अपनों के सिर फोड़ दिया है। जोशी ने कहा है कि हमें तो अपनों ने मारा, गैरों में कहां दम था, हमारी किश्ती वहां डूबी जहां पानी कम था। जोशी खुद को जीता महसूस कर रहे थे लेकिन सामने से बाजी पंजा ले गया है।
खुद पर ज्यादा भरोसे ने किया नुक्सान
अनिल जोशी के हलका नॉर्थ के ही कई पार्षद, पार्षद पति तथा मंडल स्तर के नेता किसी न किसी मुद्दे पर अपनी नाराजगी जताते रहे हैं। यही नहीं, चुनावों से पहले नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन सुरेश महाजन, नगर निगम के मेयर बख्शी राम अरोड़ा व भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश हनी भी किसी न किसी मुद्दे पर जोशी के खिलाफ बयानबाजी करते रहे हैं, जिसे जोशी ने कभी भी गंभीरता से नहीं लिया। जोशी यही मान कर चल रहे थे कि जिस तरह से उन्होंने अपने हलके के लोगों की उम्मीदों से कई गुणा विकास कार्य करवा दिए हैं, उसकी वजह से उनकी इस बार चुनावी जीत सुनिश्चित है, इसलिए अपनी ही पार्टी में उनके खिलाफ हो रहे भीतरघात के बारे में सब कुछ जानते हुए भी जोशी अपनी चुनावी जीत को लेकर खुद पर कुछ ज्यादा ही भरोसा कर रहे थे, जिसने उनको नुक्सान पहुंचाया।
जोशी की नैय्या से उतर चुकी थी कई सवारियांः पहली बार चुनाव जीतने के पश्चात उनके साथ राजिन्द्र कुमार (पप्पू महाजन), अनुज सिक्का, सुखमिन्द्र सिंह सिंटू, डा. सुभाष पप्पू, अमन ऐरी, बलदेव राज बग्गा, मानव तनेजा, राजेश हनी, अकाली दल (ब) से रछपाल सिंह बब्बू सहित कई पार्षद एवं वरिष्ठ नेताओं की टीम हर समय दिखाई देती थी। जोशी की टीम में शामिल सभी सदस्यों को लोग जोशी के खास-म-खास मान कर चलते थे। लेकिन समय की नजाकत थी कि ऐसा समय आया कि जोशी के खास साथी नैय्या से उतर गए और जोशी कम पानी में ही डूब गए।