इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: क्रांतिकारी कहते ही ज़हन में एक नाम आता है शहीद भगत सिंह का। देश की आजादी के लिए साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुकाबला करने वाले भगत सिंह आज के युवकों के लिए एक बहुत बड़े आदर्श हैं। 28 सिंतबर 1907 में जन्मे भगत सिंह ने अपना पूरा जीवन देश की आजादी के लिए कुर्बान कर दिया। देश के सबसे बड़े क्रांतिकारी भगत सिंह की जिंदगी की तरह उनकी बातें भी प्रेरणा देती हैं। आज भी उनका हर एक विचार आपके रोंगटे खड़े कर सकता है। आइए जानते हैं उनके ऐसे ही कुछ विचारों के बारे में...
1. जिंदगी तो सिर्फ अपने ही दम पर जी जाती है, दूसरों के कंधे पर तो सिर्फ जनाजे उठाए जाते हैं।
2. प्रेमी पागल और कवि एक ही चीज से बने होते हैं और देशभक्तों को अक्सर लोग पागल कहते हैं।
3. राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है। मैं एक ऐसा पागल हूं जो जेल में आजाद है।
4. किसी को क्रांति शब्द की व्याख्या शाब्दिक अर्थ में नहीं करनी चाहिए। जो लोग इस शब्द का उपयोग या दुरुपयोग करते हैं, उनके
फायदे के हिसाब से इसे अलग-अलग अर्थ और मायने दिए जाते हैं।
5. अगर बहरों को सुनाना है तो आवाज को बहुत जोरदार होना होगा। जब हमने बम गिराया तो हमारा मकसद किसी को मारना नहीं था। हमने अंग्रेज हुकूमत पर बम गिराया था।
6. आमतौर पर लोग जैसी चीजें हैं, उसके आदी हो जाते हैं और बदलाव के विचार से ही कांपने लगते हैं। हमें निष्क्रियता की भावना को क्रांतिकारी भावना से बदलना है।
7. मैं इस बात पर जोर देता हूं कि मैं महत्वाकांक्षा, उम्मीद और जिंदगी के प्रति आकर्षण से भरा हूं लेकिन जरूरत पडऩे पर ये सब त्याग सकता हूं और वही सच्चा बलिदान है।
8. व्यक्तियों को कुचलकर भी आप उनके विचार नहीं मार सकते।
9. क्रांति मानव जाति का एक अपरिहार्य अधिकार है। स्वतंत्रता सभी का एक कभी न खत्म होने वाला जन्मसिद्ध अधिकार है। श्रम समाज का वास्तविक निर्वाहक है।
10. निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार, ये दोनों क्रांतिकारी सोच के दो अहम लक्षण हैं।