इंडिया न्यूज सेंटर, बेगूसरायः इस गांव में पंगत में बिठाए गए बंदरों का भोजन के साथ पूरा सम्मान किया गया लेकिन फिर भी एक बंदर ने महिला पर हमला बोल दिया। गांव में शादी ब्याह में लोगों को जमीन पर बिठाकर खाना खिलाया जाता है। एक ऐसे ही भोज का आयोजन मंदिर में किया गया था, लेकिन सीन कुछ अलग था। जमीन पर दरी बिछाकर पंगत लगाई गई थी। प्लेट में आम, सेव, केला, चना, पपीता और लड्डू परोसे गए थे। इसे खाने के लिए इंसान नहीं भगवान हनुमान के रूप बानर को इनवाइट किया गया था। यह भोज रविवार को बिहार के बेगूसराय जिले के जयमंगला गढ़ में दिया गया। बंदरों के ग्रुप को भी शायद पता था कि आदमी भोज में कैसे खाना खाते हैं। अधिकतर बंदर दरी पर बैठकर आराम से फलों को खा रहे थे। गढ़पुरा निवासी पंडित आशुतोष झा ने बताया कि जयमंगलागढ़ में माता के गण के रूप में बंदर ही हैं। उनकी सेवा से माता प्रसन्न होती हैं। इससे बल, बुद्धि संस्कार बढ़ता है। इसी कारण प्रति वर्ष हनुमान भोज का आयोजन किया जाता है। इस भोज का आयोजन 7 साल से हो रहा है।