Additional charge of Jalandhar Passport Office given to RPO Abhishek Sharma of Amritsar, Ministry of External Affairs issued orders
निखिल शर्मा,जालंधरः सीबीआई द्वारा शुक्रवार को रीजनल पासपोर्ट ऑफिसर अनूप सिंह, एपीओ हरिओम और संजय श्रीवास्तव समेत तीन अधिकारियों को गिरफ्तार करने की घटना के बाद विदेश मंत्रालय ने कड़ा संज्ञान लिया है। वहां पेंडिंग तमाम फाइलों का ब्यौरा मंगवाया गया है। अमृतसर के आरपीओ अभिषेक को अतिरिक्त चार्ज दिया गया है।
नई नियुक्ति होने तक अभिषेक शर्मा ही जालंधर का सारा कार्यभार संभालेंगे। हर हफ्ते वह कुछ दिन जालंधर और कुछ दिन अमृतसर में बैठेंगे। सीबीआई ने रीजनल पासपोर्ट ऑफिस के साथ-साथ अनूप सिंह के घर पर भी दबिश दी थी। अनूप सिंह के घर पर सीबीआई ने दबिश देकर करीब तीन बैग भरकर दस्तावेज बरामद किए हैं, जो लोगों के पासपोर्ट से जुड़े हैं। सीबीआई सभी दस्तावेजों को खंगाल रही है।
आरपीओ अनूप सिंह ने जितनी फाइलों को क्लीयरेंस दी थी, उनकी भी जांच की जा रही है। हर फाइल को बारीकी से जांचा जा रहा है साथ ही 20 लाख रुपये किन-किन लोगों से किस काम वास्ते लिए गए थे, उसकी तहकीकात शुरू कर दी गई है।
साहिब का संदेश आएगा तो ही अंदर जाने देंगे
पासपोर्ट कार्यालय में भ्रष्टाचार बाहर मुख्य गेट से शुरू हो जाता था। बाहर खड़े सिक्योरिटी गार्ड ही लोगों को खदेड़ देते थे कि अंदर जाना माना है। अंदर से साहब का फोन आएगा तो ही अंदर जाने की आज्ञा है। साहब से बात कैसे की जाए, लोग इसी इंतजार में दलालों के हत्थे चढ़ जाते थे। दलाल के जरिये एपीओ और एपीओ के जरिये आरपीओ से सेटिंग होती थी। क्षेत्रीय कार्यालय में पब्लिक डीलिंग साहब की मर्जी से होती थी, यही वजह थी कि सारा कामकाज पैसे के लेनदेन से चलता था।
सूत्रों की माने तो इस मामले में जब जांच में परते खुतने शुरु होगीं तो इसमें कई सफेदपोश लोग भी चपेट में आ सकते है। पासपोर्ट कार्यालय में नियमों को ताक पर रखकर किन लोगों ने काम कराए वह भी जांच के दायरे में आ सकते है।