PUNJAB POLICE IN JOINT OPERATION WITH CENTRAL AGENCIES AVERT POSSIBLE TERRORIST ATTACK AHEAD OF FESTIVE SEASON
- लश्कर-ए-तैयबा के दो गुर्गों को 2 आईईडीज़, 2 हैंड ग्रेनेड, 1 पिस्तौल और 8 डैटोनेटरों के साथ किया काबू
- पंजाब पुलिस मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सोच के अनुसार पंजाब को अपराध मुक्त राज्य बनाने के लिए वचनबद्ध
- आतंकवादी मॉड्यूल को लश्कर-ए-तैयबा के सक्रिय मैंबर फिरदौस अहमद भट्ट द्वारा चलाया जा रहा है: डीजीपी गौरव यादव
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़ / अमृतसर: आगामी त्योहारों के सीजन के मद्देनजऱ मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों पर समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध शुरु की गई विशेष मुहिम के दौरान पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ( एल.ई.टी.) की हिमायत प्राप्त आतंकवादी मॉड्यूल के दो गुर्गों की गिरफ़्तारी के साथ सरहदी राज्य में संभावित आतंकवादी हमले की कोशिश को नाकाम कर दिया है। यह जानकारी देते हुए डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी), पंजाब गौरव यादव ने बताया कि इस आतंकवादी मॉड्यूल को लश्कर-ए- तैयबा के सक्रिय मैंबर फिरदौस अहमद भट्ट द्वारा चलाया जा रहा है।
गिरफ़्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान जम्मू-कश्मीर के राहपोरा खुदवानी के उज़ैर उल हक और खेरवान के राज मुहम्मद अन्दलीब के तौर पर हुई है। पुलिस ने इनके कब्ज़े से दो इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), दो हैंड ग्रेनेड, दो मैगज़ीनों समेत एक .30 बोर का पिस्तौल और 24 कारतूस, आठ डैटोनेटर, एक टाइमर स्विच और चार बैटरियाँ भी बरामद की हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि यह ख़ुफिय़ा जानकारी मिली कि लश्कर- ए- तैयबा द्वारा हथियारों और विस्फोटकों की बड़ी खेपों की तस्करी के लिए पंजाब की सरहद का प्रयोग किया जा रहा है और इस मॉड्यूल के दो सदस्यों द्वारा कत्थू नंगल क्षेत्र में यह खेप प्राप्त किये जाने की संभावना है, पंजाब पुलिस अमृतसर के एसएसओसी विंग ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ तालमेल करके इलाके में एक विशेष मुहिम चलाई और दोनों मुलजिमों को हथियारों की खेप समेत काबू कर लिया।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि गिरफ़्तार किये गए दोनों मुलजिमों को फिरदौस अहमद भट्ट द्वारा इस दहशती गिरोह में भर्ती किया गया था और इस आतंकवादी गिरोह द्वारा देश की शान्ति और सद्भावना को भंग करने के लिए इन गुर्गों को जम्मू-कश्मीर और पंजाब में रणनीतिक महत्व वाले स्थानों और प्रमुख शख्सियतों को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल करने की योजना बनाई जा रही थी।
डीजीपी ने बताया कि गिरफ़्तार किये गए दोनों मुलजिम अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के द्वारा फिरदौस अहमद भट्ट के लगातार संपर्क में थे और उसने गुरूवार को अमृतसर से हथियारों की खेप प्राप्त करके कश्मीर घाटी लाने के लिए इन दोनों गुर्गों को भेजा था।
एआईजी एसएसओसी अमृतसर सुखमिन्दर सिंह मान द्वारा अधिक विवरण साझे करते हुए बताया गया कि यह भी पता लगा है कि मुलजिम उज़ैर उल हक, जोकि फिरदौस अहमद भट्ट का रिश्तेदार है, को पहले जि़ला कुलगाम में पत्थरबाजी करने के दो मामलों में गिरफ़्तार किया गया था। जब कि राज मुहम्मद अन्दलीब का कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
उन्होंने कहा कि लश्कर- ए- तैयबा के पूरे आतंकवादी नैटवर्क और खेप के स्रोत का पता लगाने के लिए और जांच की जा रही है।
इस सम्बन्धी पुलिस स्टेशन स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सैल अमृतसर में गैर-कानूनी गतिविधियों ( रोकथाम) एक्ट (यू.ए.पी.ए.) की धारा 13, 17, 18 और 20, आर्म्ज़ एक्ट की धारा 25, विस्फोटक एक्ट की धारा 3, 4 और 5 और भारतीय दंड संहिता ( आइपीसी) की धाराएं 109, 115 और 120- बी के अंतर्गत एफआईआर नंबर 42 तारीख़ 14.10.2023 के अधीन मामला दर्ज किया गया है।
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