Ncp Chief Sharad Pawar Resignation News
न्यूज डेस्क, नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार (82 साल) ने मंगलवार को NCP चीफ का पद छोड़ने का ऐलान किया है. हालांकि, बाद में उन्होंने दो-तीन दिन में विचार करने का आश्वासन दिया है. पवार के इस फैसले से पार्टी में खलबली है. नेता से लेकर कार्यकर्ता तक परेशान हैं और फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है. उन्होंने पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए NCP नेताओं की एक कमेटी बनाने की सिफारिश की है.
इस्तीफे का एलान सही नहीं
अजीत ने कहा कि शरद पवार ने इस्तीफे का कारण नहीं बताया है। ऐसे इस्तीफे का एलान सही नहीं है। पार्टी नेताओं की बैठक होगी। परिवार के सदस्य भी बैठक में हिस्सा लेंगे। इसके बाद पार्टी की मुख्य समिति इस्तीफे को लेकर फैसला करेगी। हम उम्मीद जताते हैं कि पवार अपने इस्तीफे पर राकांपा समिति के फैसले का पालन करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि पवार चाहते हैं कि नए नेतृत्व को मौका मिले।
अजीत ने कहा कि पार्टी का काम ऐसे ही चलता रहेगा। शरद पवार का साथ हमारे संग है। उन्होंने कहा कि पवार साहिब ने पद छोड़ा है, पार्टी नहीं। वह हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।
जयंत पाटिल भावुक दिखे
वहीं, प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शरद पवार ने इस्तीफे की घोषणा करने से पहले किसी को नहीं बताया था। हमें उम्मीद है कि पवार अपने इस्तीफे पर फिर विचार करेंगे। साथ ही जयंत पाटिल ने कहा कि पवार के बिना जनता के पास कैसे जाएंगे। इतना कहते ही पाटिल रोने लगे।
पवार के बिना पार्टी नहीं चल पाएगी
सुनील तटकरे ने कहा कि पवार के बिना पार्टी नहीं चल पाएगी। जबकि छगन भुजबल ने शरद पवार से विनती की है कि शरद पवार अपना इस्तीफा वापस ले लें। साथ ही उन्होंने कहा कि आखिर निर्णय वही मान्य होगा, जो पवार लेंगे।
समर्थकों में दिखी निराशा
उनके समर्थकों ने निराशा व्यक्त की है। उनका कहना है कि पवार ने उन्हें कभी निराश नहीं किया, लेकिन आज कर दिया है। लोगों ने कहा कि कमेटी यहीं पर है, आप निर्णय लें। हम सभी को धक्का लगा है। महाराष्ट्र की जरूरत को ध्यान में रखें तो 60 साल तक आपने जिम्मेदारी निभाई लेकिन आज आपने यह अप्रिय निर्णय ले लिया।
समर्थकों ने आगे कहा कि आप हमारे साथ हैं, लेकिन आपके बिना पार्टी नहीं चला पाएंगे। आप इस पर विचार करें। हमें लग रहा है कि ये पुस्तक विमोचन हुआ ही न होता तो ठीक रहता। आपने कभी किसी को नाराज नहीं किया, लेकिन आज आपने हम सभी को नाराज कर दिया।
पवार साहब राज्य की राजनीति की आत्मा
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि एक समय गंदी राजनीति और आरोपों से तंग आकर शिवसेना सुप्रीमो बाला साहेब ठाकरे ने भी शिवसेना प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था। ऐसा लगता है कि इतिहास ने खुद को दोहराया है, लेकिन शिवसैनिकों के प्यार के कारण उनको अपना फैसला वापस लेना पड़ा। राउत ने कहा कि बालासाहेब की तरह पवार साहब भी राज्य की राजनीति की आत्मा हैं।
इस्तीफा क्यों दिया यह हम नहीं बता सकते
शरद पवार के इस्तीफे पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि हमें लगा था कि शरद पवार आखिरी सांस तक सार्वजनिक जीवन में रहेंगे। आज उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया, यह हम नहीं बता सकते। पटोले ने कहा कि इसका असर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) पर नहीं पड़ेगा। हमें उम्मीद है कि एनसीपी का नया अध्यक्ष एमवीए के साथ रहेगा। शरद पवार के इस्तीफे के बाद पार्टी के अन्य नेता अभी भी शरद पवार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध कर रहे हैं।