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सदी का सबसे लम्बा चंद्र ग्रहण मकर राशि पर होगी सीधे केतु और चंद्र की टक्कर

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उच्च का मंगल बिगाड़ देगा ग्रहण का समीकरण

नवीन गोयल की रिपोर्ट


मुजफ्फरनगरः पंडित राघवेंद्र शास्त्री बताते है कि आप सब जानते हैं कि यह  वर्ष का दूसरा चंद्रग्रहण गुरू पूर्णिमा यानी आज शुक्रवार को पड़ रहा है। यह सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण है और पूरे भारत में दिखाई देगा। इसके अलावा एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रोलिया, अफ्रिका, दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत, हिन्द तथा अटलांटिक महासागर में अलग-अलग रूपों में दिखाई देगा यह ग्रहण आसानी से बिना किसी उपकरण की सहायता से देखा जा सकता है। यह चंद्र ग्रहण 104 साल बाद पड़ रहा है। इस कारण यह बहुत खास भी है। हिंदू धर्म में चंद्र ग्रहण का धार्मिक दृष्टि से बहुत विशेष महत्त्व होता है। मत्स्य पुराण के अनुसार किसी अन्य कार्य की जगह ग्रहण काल में प्रभु की आराधना करनी चाहिए।  यह दूसरा चंद्र ग्रहण मकर राशि पर लग रहा है और मकर राशि का स्वामी शनि है। जिसके चलते इस राशि पर शनि और चंद्रमा दोनों का प्रभाव रहेगा। इस लिए मकर राशि वाले इस ग्रहण को बिलकुल न देखें। मकर राशी पर साढसती भी चल रही है मकर राशी की साढ़सती का समय भी समाप्त होने वाला है।

सर्वप्रथम संक्षेप में ग्रहण घटित होने वाले काल पर चर्चा करते हैं और समझते हैं कि इसका क्या प्रभाव होगा।

ग्रहण का मास फल - ग्रहण आषाढ़ मास में घटित होने के कारण नदियों में जल का प्रवाह कम होगा। झील तालाब का स्तर कम होगा। कश्मीर, अफगानिस्तान एवं चीन आदि में राजनीतिक संकट के साथ-साथ जन हानि एवं खण्ड वर्षा के संकेत हैं।

ग्रहण का वार फल - कपास से बने वस्त्र, कपास, चांदी, मोती, चीनी, घी चने आदि में तेजी की संभावना है। विश्व में कलाकार प्रसन्न रहेंगे और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन विशेष होगा

ग्रहण का नक्षत्र फल

ग्रहण उत्तराषाढ़ा एवं श्रवण नक्षत्र में घटित होने वाला है। इन नक्षत्रों के स्वामी क्रमशः सूर्य एवं चन्द्र हैं इसलिए नियमित कार्य करने वाले, पांडित्य का कार्य करने वाले व्यक्ति, प्रशानिक अधिकारी, चिकित्सक, तरल पदार्थ के काम करने वाले व्यक्ति तथा सरकार को हानि होने की संभावना है।

ग्रहण का योग फल
ग्रहण प्रीति योग में घटित हो रहा है। परिवारवालों व मित्रों में तालमेल की कमी होगी। मंत्रीमंडल में भी आपसी तालमेल की कमी नजर आ सकती है।

ग्रहण और सूतक का समय - - - - -

इस दिन गुरू पूर्णिमा होने के कारण पूजा ग्रहण के सूतक काल लगने से पहले कर लेनी चाहिए। चंद्र ग्रहण से पहले सूतक 9 घंटे पूर्व दोपहर 2:54 बजे से शुरू हो जाएगा। ग्रहण रात 11:54 से शुरू होकर रात 3:49 बजे समाप्त होगा। आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा 27 जुलाई को 2018 का दूसरा चंद्र ग्रहण लग रहा है। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। वैसे ग्रहण चाहे आंशिक हो या पूर्ण , यह किसी को शारीरिक  , किसी को सामाजिक साथ ही किसी को आर्थिक कष्ट देता है। ग्रहण का असर हर राशि पर पड़ता है लेकिन गर्भवती स्त्री और उसके होने वाले बच्चे के लिए चंद्र ग्रहण का प्रभाव 108 दिनों तक रहता है। ऐसे में गर्भवती महिला को
लेकर ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है। इस दिन कई कार्यों को करना अशुभ माना जाता है, विशेषकर गर्भवती महिलाओं को सावधान रहने की
आवश्यकता मानी जाती है।  माना जाता है कि जो गर्भवती महिलाएं ग्रहण को देख लेती हैं उनके शिशु को शारीरिक या मानसिक हानि हो सकती है।

गर्भवती महिलाओं को इस दिन घर में रहकर......

ओउम् क्षीरपुत्राय विह्महे अमृत तत्वाय धीमहि तन्नो चंद्र प्रचोदयात् मंत्र का जाप करना चाहिए। साथ ही इस दिन सात अनाज एक साथ मिलाकर दान करना चाहिए।

ग्रहण का राशि  पर प्रभाव - - - - -

यह ग्रहण मकर और कर्क राशि और उत्तराषाढ़ा और श्रवण नक्षत्र में पड़ रहा है।  खास बात यह है कि इस दौरान चंद्र , मंगल और केतु तीनों मकर राशि में मौजूद
रहेंगे। चूंकि यह ग्रहण मकर और कर्क राशि में हो रहा है इसलिए कर्क राशि , कर्क लग्न , मकर लग्न , मकर राशि वालों के लिए ग्रहण शुभ नहीं रहेगा। चंद्र , मंगल के एक  साथ एक ही राशि में रहने से कर्क , मकर और सिंह राशि वालों को मानसिक कष्ट होगा। शारीरिक रूप से अस्वस्थ महसूस करेंगे।  आर्थिक मामलों में सावधानी रखने की आवश्यकता होगी। अन्य राशि वाले भी ग्रहण के प्रभाव में आएंगे। पारिवारिक मतभेद बढ़ेंगे।

पृथ्वी पर ग्रहण का प्रभाव - - - - -

सवा महीने तक पृथ्वी पर अतिवर्षा होगी भूस्खलन , बाढ़ , भूकंप , समुद्र में तूफान , आंधी जैसी घटनाएं हो सकती हैं। ट्रेन दुर्घटना की आशंका है। ग्रहण के दौरान सूर्य राहु के साथ और चंद्र केतु और मंगल के साथ में मौजूद रहने के कारण लोगों का मन काफी विचलित रहेगा जिसके कारण स्थिर हो कर काम नहीं कर पाएंगे। आपसी द्वेष बढ़ेंगे। चंद्र ग्रहण का प्रभाव लोगों के मन को बहुत जल्दी प्रभावित करता है तो इस कारण इसका प्रभाव भी सवा  महीने पहले से दिखाने लगता है और आगे तक रहता है। इस चंद्र ग्रहण का सभी 12 राशियों पर क्या होगा असर

आइए जानते हैं।

【 मेष राशि 】 : इस राशि के लिए सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण शुभ रहेगा। कई नए अवसर मिलेंगें। धन लाभ के साफ संकेत है।

【 वृष राशि 】 : इस राशि के लिए ग्रहण के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ करना फलदायी रहेगा। नौकरी के क्षेत्र में कई नए अवसर मिल सकते हैं।

【 मिथुन राशि 】 : कहीं से एक्सट्रा कमाई हो सकती है। मिथुन राशि के लिए चंद्र ग्रहण कुछ सेहत के मामले में अच्छा नहीं रहने वाला है।

【 कर्क राशि 】 : इस राशि के लिए चंद्र ग्रहण दुख के समाचार दे सकता है क्योंकि कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है और चंद्रमा का ग्रहण लगेगा। जिसके चलते काफी परेशानी सामने आ सकती है।

【 सिंह राशि 】 : सिंह राशि के लिए चंद्र ग्रहण मिला-जुला रहने वाला होगा। अच्छा समाचार सुनने को मिल सकता है। लेकिन परिवार में तनाव बढ़ सकता है।

【 कन्या राशि 】 : सिंह राशि वालों की तरह ही कन्या राशि के जातकों के लिए चंद्र ग्रहण कोई विशेष लाभ नहीं देगा। शिव की उपासना करना शुभ रहेगा।

【 तुला राशि 】 : तुला राशि के जातकों के लिए चंद्र ग्रहण व्यापार में लाभदायक रहेगा। प्रॉपर्टी के बिजनेस में आपको आने वाले समय में लाभ हो सकता है।

【 वृश्चिक राशि 】 : इस का स्वामी मंगल है। ग्रहण का असर मिला जुला रहने वाला रहेगा। आगे आने वाले समय में आपको तरक्की के कई अवसर मिलेंगे।

【 धनु राशि 】:  पैसे से जुड़ी तमाम तरह परेशानियां आपको घेर सकती हैं। परिवार में घर के सदस्यों के बीच अनबन हो सकती है।

【 मकर राशि 】 :  इस राशि पर चंद्र ग्रहण का सबसे बुरा असर देखने को मिलेगा। क्योंकि चंद्र ग्रहण मकर राशि में हो रहा है। पैसा का नुकसान और मानसिक तनाव पैदा हो सकता है।

【 कुंभ राशि 】 :  इस राशि के जातकों पर चंद्र ग्रहण का नकारात्मक असर देखने को मिल सकता है। मानसिक और शारीरिक समस्या से सामना हो सकता है।

【 मीन राशि 】 : इस राशि के जातकों पर चंद्र ग्रहण का कोई विशेष असर नहीं रहने वाला है। हालांकि सेहत के मामले में इस राशि के जातकों को कुछ परेशानियों से सामना करना पड़ सकता है।

Source: INDIA NEWS CENTRE

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