Raj Babbar expressed his grief over the death of a person due to building collapse in Greater Noida, said compensation of Rs 20 lakh
वरिष्ठ पत्रकार अशफाक़ खाँ
लखनऊः जनपद गौतमबुद्धनगर (ग्रेटर नोएडा) के शाहबेरी क्षेत्र में निर्माणाधीन छः मंजिला इमारत के बगल की चार मंजिला इमारत पर गिरने से मलबे में दबकर तीन लोगों की दुःखद मृत्यु हो जाने तथा कई लोगों के घायल हो जाने की घटना पर उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजबब्बर, सांसद ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को बीस-बीस लाख रूपये एवं घायलों को निःशुल्क इलाज एवं दस-दस लाख रूपये आर्थिक मुआवजा प्रदान किये जाने की मांग की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने इस दुःखद घटना पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह क्षेत्र ग्रीन बेल्ट में आता है और किसी भी प्रकार के निर्माण कराये जाने पर पूरी तरह रोक है, सवाल यह उठता है कि इसके बावजूद किनकी शह पर वह निर्माण हेा रहा था। रियल इस्टेट रेगुलेशन एक्ट (रेरा) को प्रदेश सरकार सख्ती से लागू नहीं कर रही है। जिसका दुष्परिणाम यह है कि ग्रीन बेल्ट क्षेत्र घोषित होने के बावजूद बिल्डर और प्रशासन की आपसी मिलीभगत के चलते मानकों के विपरीत इस तरह के बिल्डिंग बन रहे हैं, इससे सरकार और बिल्डरों के बीच सांठ-गांठ जाहिर होता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रशासन की नाकामी के कारण समय से राहत कार्य शुरू नहीं पाया, यही कारण है कि रात्रि में 8.30बजे की घटना के बावजूद सुबह एनडीआरएफ की टीम वहां पहुंची, यदि यह रात्रि में ही पहुंचती तो लोगों की जान बचायी जा सकती थी। उन्होने कहा कि शाहबेरी में ज्यादातर इलाका ग्रीन बेल्ट में आता है लेकिन वहां कैसे बिल्डर निर्माण करा रहे हैं यानी कहीं न कहीं बिल्डर लॉबी को सरकार का संरक्षण है। योगी सरकार ने एनसीआर में 50हजार फ्लैट खरीददारों को राहत दिलाने के लिए 3 मंत्रियों की एक कमेटी बनाई थी तब कहा था कि 3 महीने में फ्लैट पर कब्जा मिल जायेगा लेकिन आज तक कब्जा उन खरीददारांे को नहीं मिल पाया है इससे लगता है कि बिल्डर लॉबी के आगे सरकार नतमस्तक हो गई है। राजबब्बर ने मांग की है कि इस दुःखद घटना की जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करे एवं इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सरकार कठोर कदम उठाये।