7 big Sikh leaders of Punjab join BJP, BJP can contest all 117 seats alone
नई दिल्लीः पंजाब में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। पंजाब के रसूखदार लोगों को पार्टी से जोड़ने पर काम शुरू हो गया है। बुधवार 16 जून को पंजाब के 7 नेता जिनमें सिख लीडर भी शामिल हैं, भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने मंगलवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा गृह मंत्री और पूर्व अध्यक्ष अमित शाह के साथ मुलाकात की है और पंजाब को लेकर रणनीति तैयार की गई। वरिष्ठ सिख नेता तथा ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट हरिंदर सिंह कहलों भाजपा में शामिल हो गए।
पटियाला से एडवोकेट जगमोहन सिंह सैनी BJP में
इनके साथ ही पटियाला से एडवोकेट जगमोहन सिंह सैनी, मोहाली से एडवोकेट निर्मल सिंह, गुरदारपुर के रहने वाले और ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप सिंह कहलों, गुरु काशी विश्वविद्यालय के पूर्व उपकुलपति जसविंदर सिंह ढिल्लों, पटियाला से कर्नल जयबंस सिंह तथा पूर्व अकाली नेता सरदार छत्रपाल सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।
पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, अभी तक के ज्यादातर विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दर के बीच गठबंधन होता था और भाजपा को अकाली दल के सहयोगी दल के तौर पर चुनाव लड़ना पड़ता था। लेकिन इस बार किसान कानूनों की वजह से अकाली दल और भाजपा के बीच गठबंधन टूट गया है और भाजपा ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
भाजपा अकेले लड़ सकती है चुनाव
2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और अकाली गठबंधन को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। राज्य की 117 विधानसभा सीटों में से अकाली दल को 15 और भाजपा को सिर्फ 3 सीटें ही मिल पायी थी जबकि कांग्रेस की 77 सीटों पर जीत हुई थी और दूसरे नंबर पर 20 सीटों के साथ आम आदमी पार्टी रही थी। पंजाब में इस बार के विधानसभा चुनाव में चौतरफा मुकाबला होने की संभावना है। कांग्रेस, अकाली दल, आम आदमी पार्टी तथा भारतीय जनता पार्टी ने अकेले-अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।