AMU student became terrorist, Hizbul Mujahideen chief confirms
इंडिया न्यूज सेंटर,जम्मूः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) का शोध छात्र मन्नान वानी हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हो गया है। प्रतिबंधित संगठन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन ने इस बात की पुष्टि की है। दरअसल, श्रीनगर की एक समाचार एजेंसी को सोमवार को दिए एक बयान में सलाहुद्दीन ने कहा कि मन्नान का हमारे संगठन में शामिल होना, भारतीय प्रचार की पोल खोलता है। सलाहुद्दीन ने कहा कि कश्मीरी युवा केवल बेरोजगारी और आर्थिक तंगी के कारण आतंकवादी संगठन में शामिल नहीं होते हैं।
फिर अलापा आजादी का राग
उर्दू में दिए गए अपने बयान में सलाहुद्दीन ने कहा कि पिछले कई सालों से शिक्षित और योग्य कश्मीरी युवा भी हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हो रहे हैं, जिससे इस आजादी के आंदोलन को तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाया जा सके।
युवाओं का जज्बा काबिल-ए-तारीफ !
अपने बयान में प्रतिबंधित संगठन के प्रमुख सलाहुद्दीन ने एएमयू जैसे केंद्रीय विश्वविद्यालय में शोध कर रहे छात्र मन्नान के इस कदम को युवाओं का जज्बा बताते हुए काबिल-ए-तारीफ तक करार दिया।
पुलिस कर रही है तस्वीरों की पड़ताल
हालांकि, स्थानीय पुलिस ने सोमवार को मन्नान के आतंकी संगठन में शामिल होने की खबरों को खारिज या पुष्टि करने से इंकार किया था। उन्होंने कहा था कि पुलिस सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों की जांच कर रही है।
छह जनवरी को घर लौटने वाला था
जानकारी के मुताबिक उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के लोबाब इलाके का निवासी मन्नान पिछले हफ्ते लापता हो गया था। बताया जाता है कि मन्नान छह जनवरी को दिल्ली से घर लौटने वाला था।
दो जनवरी को की थी आखिरी क्लास !
बताया जाता है कि एएमयू के अधिकारियों ने भी मन्नान के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जियोलॉजी विभाग का शोध छात्र होने की पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक मन्नान विगत दो जनवरी को आखिरी बार कक्षा में उपस्थित हुआ था।
वायरल हुई हथियारबंद फोटो
बता दें कि सोशल मीडिया पर एके-47 राइफल के साथ मन्नान की तस्वीर सामने आने के बाद उसके आतंकवादी संगठन में शामिल होने की आशंका जताई गई थी। बाद में एएमयू प्रशासन ने 26 वर्षीय शोध छात्र मन्नान को निष्काषित कर दिया था।