इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः स्वच्छता मिशन के तीन वर्ष पूरे होने पर दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में अब स्वच्छता का माहौल बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसमें 3 साल लग चुके हैं। 2014 में महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर स्वच्छता कार्यक्रम शुरु हुआ था। पीएम ने कहा कि हम गांधी के रास्ते पर चलने का प्रयास कर रहे हैं। ये तभी हो सकता है कि जब लोग यह सोचे की यह काम मुझे करना है, तभी सफाई होगी। यह तब तक समस्या बनी रहेगी जब तक ये सोचा जाएगा कि सफाई कौन करेगा? सवा सौ करोड़ लोगों को मिलकर काम करना है। सरकारें सफाई नहीं करतीं, न ही कर सकती हैं। पीएम ने मीडिया पर भी तंज कसते हुए कहा कि उनकी तस्वीरें नहीं छपतीं की स्वच्छता के लिए कौन काम कर रहा है, बल्कि उनकी छपती हैं कि कौन स्वच्छता अभियान के लिए काम नहीं कर रहा। पीएम ने कहा कि अब स्वच्छता एक बड़ा अभियान बना है। पीएम ने कहा कि स्वच्छता अभियान किसी सरकार की सिद्धि नहीं है बल्कि ये स्वच्छता को चाहने वाले देश की सिद्धि है। पीएम बोले कि आज स्वच्छता अभियान हर देशवासी का सपना बन गया है। पीएम ने कहा कि मैं समाजसेवा करता था, राजनीति में तो मैं बहुत बाद में आया। हम उस वक्त सफाई काम में लगे हुए थे। हमने 400 घरों में टॉयलेट बनाने के लिए हम कोशिश कर रहे थे। करीब 10-12 साल के बाद मैं वहां गया तो वहां का हाल देखकर हैरान रह गया। हमने जितने टॉयलेट बनाए थे उनमें बकरियां बंधी हुई थीं। ये समाज का स्वभाव है, इसे बदलवा बेहद जरूरी है। उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधा और कहा कि स्वच्छता चाहते हैं, लेकिन सफाई कोई नहीं करना चाहता। अगर मन में संवेदना हो तो किसी टीवी चैनल को देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी ये अपने आप में जिंदगी का हिस्सा बन जाएगा। पीएम ने यूनीसेफ की रिपोर्ट का जिक्र किया जिसमें बताया कि भारत में गंदगी वजह से बीमारियां अपना गढ़ बना लेती है। अगर स्वच्छता का दृढ़ संकल्प ले ले तो हर गरीब की मदद करने में देशवासी अहम भूमिका निभा सकते हैं।