PUNJAB CM TO LEAD DELEGATION OF RAVIDAS SANTS AND LEADERS TO MEET PM OVER TEMPLE DEMOLITION ISSUE
इंडिया न्यूज सेंटर,जालंधर: दिल्ली में तुगलकाबाद क्षेत्र में ऐतिहासिक मंदिर गिराने से पैदा हुए संकट के हल के लिए प्रधानमंत्री को मिलने के लिए रविदास भाईचारे के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह करेंगे। मुख्यमंत्री ने आज यहाँ भाईचारे के संतों और नेताओं के साथ मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस मसले का हल निकालने के लिए भाईचारे की तरफ से उनके नेतृत्व में प्रधानमंत्री को मिलकर दख़ल देने की की गई माँग स्वीकार कर ली। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने भाईचारे को अमन-शान्ति कायम रखने और इस मुद्दे पर प्रदर्शन करने के दौरान आम लोगों के लिए किसी तरह की परेशानी पैदा न होने को यकीनी बनाने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने इस मामले पर प्रधानमंत्री के साथ मीटिंग का समय मांगने का वायदा करते हुए दोहराया कि उनकी सरकार इस मंदिर के पुन: निर्माण और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पुन: समीक्षा करने के लिए पैरवी करने के लिए भाईचारे को हर तरह से कानूनी और वित्तीय मदद मुहैया करवाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने इस मामले में पहले ही प्रधानमंत्री को दख़ल देने की माँग की है और इसके अलावा केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ भी निजी तौर पर बातचीत करके इस मसले को सुलझाने के लिए कहा क्योंकि भाईचारे के मन को गहरी ठेस पहुँची है। मुख्यमंत्री ने संतों को भरोसा दिया कि सर्वोच्च न्यायालय में फ़ैसले की समीक्षा करने के लिए पटीशन दायर करने में मदद करने के अलावा यदि केंद्र सरकार मंदिर वाली जगह भाईचारे को वापस करने के लिए सहमत होती है तो राज्य सरकार इस ज़मीन की कीमत अदा करने के लिए भी अपना योगदान डालेगी। मीटिंग के दौरान साल 2009 में वियाना में डेरा सचखंड बलों के प्रमुख और उनके एक सहयोगी पर गोली चलाने के विरुद्ध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा के लिए भाईचारे के सदस्यों के विरुद्ध अभी तक चल रहे पाँच केस वापस लेने के लिए नेताओं द्वारा की गई माँग को मुख्यमंत्री ने विचारने का भरोसा दिया। मीटिंग के दौरान भाईचारे द्वारा लगभग 25 संतों ने सम्मिलन किया जिनमें श्री गुरु रविदास साधू सम्प्रदाय सोसाइटी के प्रमुख संत कुलवंत राम, उप प्रधान संत गुरदीप गिरी, चेयरमैन संत महिंदर पाल, जनरल सचिव संत निर्मल सिंह के साथ-साथ डेरा सचखंड बलों के संत लेखराज जी उपस्थित थे। कैप्टन अमरिन्दर सिंह के साथ कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी, जालंधर से सांसद संतोख सिंह चौधरी, विधायक सुशील रिंकू और राजकुमार चब्बेवाल भी शामिल थे जो इस मसले के हल के लिए रविदास भाईचारे के नेताओं के साथ तालमेल करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा गठित की गई कमेटी के मैंबर हैं, वह भी मीटिंग के दौरान उपस्थित थे।