इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गेस्ट टीचर्स को लेकर बुलाए गए विधानसभा के एक दिन के विशेष सत्र में कहा कि शिक्षकों के सम्मान के लिए एक अच्छा काम हो रहा है, लेकिन बीजेपी नहीं चाहती कि काम पूरा हो। केजरीवाल ने कहा कि ऐसा होने से शिक्षकों को सम्मान और जॉब सिक्योरिटी मिलेगी। सीएम ने कहा कि सभी से निवेदन है कि वे इस काम में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी और आप इस मुद्दे पर मिल कर काम करें, तो एक हफ्ते में शिक्षक पक्के हो जाएंगे। केजरीवाल ने सामने बैठे नेता विपक्ष से कहा कि विजेंद्रजी ईमानदारी से बताना कि ये काम करना है या नही करना है? केजरीवाल ने कहा कि एलजी साहब कहते हैं कि ये हम नहीं कर सकते, क्योंकि ये सर्विसेज का मामला है। एलजी कहते हैं कि ये सरकार का मामला नहीं है। यह तो एलजी यानी भाजपा का मामला है, तो वे ही काम पूरा करें। हमें जो करना था, कर दिया अब एलजी इसे पूरे नियम के तहत पूरा करें। केजरीवाल ने एलजी को घेरते हुए कहा कि एलजी के पास पावर है, तो वे यह करते क्यों नही? वे हमें बेवकूफ न बना रहे है। उन्होंने कहा कि देश ब्यूरोक्रेसी से नहीं चलता। देश चलता है डेमोक्रेसी से। केजरीवाल ने कहा कि एलजी साहब से बोलकर नेता विपक्ष इस बिल को पास करवा दें। केजरीवाल ने कहा कि ये चर्चा मैं इसलिए करना चाहता था, क्योंकि खोखलेपन को मैं दिखाना चाहता था। अधिकारियों को एलजी से जो फ़ोन आता है, वे वही लिखते हैं। केजरीवाल ने कहा कि अधिकारियों के पीछे छिपकर राजनीति हो रही है, उन्होंने सामने आकर राजनीति करने की चुनौती दी। सीएम ने कहा कि पूरी दुनिया में मनीष सिसोदिया की ओर से शिक्षा को लेकर किए गए काम की बात हो रही है, लेकिन काम करने नहीं दिया जा रहा है। आखिर एलजी क्या छिपाना चाहते हैं? वहीं नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रक्रिया फॉलो कीजिए, हम साथ खड़े हैं। आपने नींव ही ठीक नहीं रखी। पूरे नियम को बगैर फॉलो किए कैसे काम होगा। मैंने बिल को पूरा पढ़ा, एक भी जगह प्रक्रिया फॉलो नहीं की गई है। गुप्ता ने कहा कि लोगों तक लाभ पहुंचे, इसके लिए काम कीजिए। आप अच्छे नेता हैं, लेकिन अच्छे प्रशासक नहीं है। उन्होंने कहा कि बिल बनाने का काम हमारा नहीं, अधिकारियों का है। हम टीचर्स को रेगुलराइज करना चाहते हैं लेकिन प्रक्रिया फॉलो करने के साथ।