इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः भारतीय वायु सेना में सर्वोच्च रैंक मार्शल हासिल करने वाले एकमात्र सेनानी अर्जन सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है। शनिवार सुबह उन्हें आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी अर्जन सिंह को देखने अस्पताल पहुंचे। पीएम ने ट्वीट कर बताया कि अर्जन सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है हम उनके ठीक होने की प्रभु से प्रार्थना करते हैं। वहीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी अस्पताल पहुंचकर अर्जन सिंह का हाल-चाल जाना। 98 वर्षीय अर्जन सिंह को जब वायु सेना प्रमुख बनाया गया था तो उनकी उम्र उस वक्त महज 44 साल थी और आजादी के बाद पहली बार लड़ाई में उतरी भारतीय वायुसेना की कमान उनके ही हाथ में थी। अर्जन सिंह भारतीय वायु सेना के एकमात्र ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें साल 2002 में फील्ड मार्शल के बराबर फाइव स्टार रैंक देकर प्रमोशन दिया गया था। बता दें कि 1 अगस्त 1964 से 15 जुलाई 1969 तक व वायुसेनाध्यक्ष थे और 1965 में उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। 1965 के युद्ध में वायु सेना में अपने योगदान के लिए उन्हें वायु सेनाध्यक्ष के पद से पद्दोन्नत होकर एयर चीफ मार्शल बनाया गया। वे भारतीय वायु सेना के पहले एयर चीफ मार्शल थे। उन्होंने 1969 में 50 साल की उम्र में अपनी सेवाओं से रिटायर्डमेंट ली। रिटायर्डमेंट के बाद उन्हें 1971 में स्विट्जरलैंड में भारतीय राजदूत नियुक्त किया गया था। उन्होंने समवर्ती वेटिकन के राजदूत के रूप में भी सेवा की। अर्जन सिंह का जन्म 15 अप्रैल 1919 को पंजाब के ल्यालपुर, (अब फैसलाबाद,पाकिस्तान) में आर्मी परिवार में हुआ था। उनके पिता एक डिवीजन कमांडर के एडीसी के रूप में सेवा प्रदान करते थे। उनके दादा रिसालदार मेजर हुकम सिंह 1883 और 1917 के बीच कैवलरी से संबंधित थे।
Air Marshal Arjan Singh's condition serious, PM Modi and Defense Minister Nirmala Sitharaman reached the hospital
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INDIA NEWS CENTRE