America's new H1-B visa policies, the reason for Indians to leave their families, seperated from families
न्यूज़ डेस्क,नई दिल्ली: दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस प्रकोप के बीच ठप हुई कारोबारी गतिविधियों की वजह से अमेरिका में लाखों लोगों की नौकरियां चली गईं। इससे निपटने के लिए राष्ट्रपति डोनालड ट्रंप ने H1-B समेत कई वर्क वीजा पर अस्थायी रोक लगाने की घोषणा कर दी। इसका सबसे ज्यादा बुरा असर भारतीयों पर हुआ है। ट्रंप की नई वीजा पाबंदियोंस के चलते भारतीय पेशेवरों के सामने ना सिर्फ रोजगार का संकट पैदा हो गया है बल्कि काफी लोग अपने परिवारों से भी बिछड़ रहे हैं।
पति-पत्नी भारतीय, तो बच्चे हैं अमेरिका के नागरिक
अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहने वाले दीक्षित परिवार के हालात फिलहाल कुछ ऐसे ही हैं। ये परिवार एक दशक से ज्यादा समय से अमेरिका में है। पूर्वा और उनके पति भारतीय नागरिक हैं, जबकि उनके बच्चों को अमेरिका की नागरिकता मिली हुई है। मार्च की शुरुआत में 2 बच्चों की मां पूर्वा दीक्षित को पता चला कि उनकी 72 साल की मां की हालत बेड से गिरने के बाद गंभीर हैं।वैश्विक महामारी के डर से उन्होंने फैसला किया कि वह बच्चों और पति को कैलिफोर्निया में ही छोड़कर अकेले भारत आएंगे, उन्होंने आननफानन में टिकट लिया और मुंबई पहुंच गईं।
वीजा अप्वाइंटमेंट से एक दिन पहले बंद हुआ काउंसलेट
अमेरिका में अस्थायी परमिट पर काम कर रहीं सॉफ्टवेयर इंजीनियर पूर्वा दीक्षित जानती थीं कि उन्हें कैलिफोर्निया लौटने के लिए अपने पासपोर्ट पर नई वीजा स्टैंप लगवाने के लिए मुंबई में अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास जाना होगा। दरअसल, कुछ वीजा होल्डर्स को विदेश यात्रा के दौरान ये स्टैंप लगवाने की जरूरत पड़ती है। वीजा अप्वाइंटमेंट से ठीक एक दिन पहले 16 मार्च को कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाई पाबंदियों के कारण अमेरिकी काउंसलेट को बंद कर दिया गया था। इसके 8 दिन बाद उनकी मां का निधन हो गया।
अस्थायी वर्क वीजा होल्डर्स के प्रवेश लगा दी गई है रोक
ट्रप की ओर से सोमवार को जारी नए आव्रजन आदेश ने उनकी मुसीबत कई गुना बढ़ा दी है। दरअसल, आदेश के मुताबिक कुछ अस्थायी वर्क वीजा होल्डर्स के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। अब पूर्वा भारत में ही फस कर रह गई हैं, जबकि उनके पति और बच्चे अमेरिका में हैं। उनके सामने ये हालात कम से कम इस साल के आखिर तक रहने ही हैं। लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वा कहती हैं कि मेरी माँ का निधन हो गया है, और मैं अब अपने परिवार से भी दूर हूं। मुझे हर तरफ सिर्फ अंधेरा ही नजर आ रहा है।
इस समय भारत में कम से कम 1,000 ऐसे लोग हैं, जो नई वीजा पाबंदियों की वजह से अपने परिवार से बिछड़ गए हैं।
अमेरिकी नागरिकों के पति-पत्नी और बच्चों को दी है छूट
पूर्वा की ही तरह बहुत से ऐसे लोग हैं, जो वर्षों से कानूनी तौर पर अमेरिका में रह रहे हैं, लेकिन नई वीजा पाबंदियों की घोषणा के समय भारत में थे। अब उनके सामने भ्रम की स्थिति है कि वे क्या करें और उनके भविष्य का क्या होगा। वहीं, उन्हें अपने वापस लौटने के विकल्पों को लेकर भी काफी चिंता सता रही है। ट्रंप की घोषणा के बाद भारतीय पेशेवरों में सबसे ज्यादा पाॅपुलर H1-B वीजा समेत कई अस्थायी वर्क वीजा होल्डर्स की एंट्री पर रोक लग गई है। बता दें कि नए वीजा नियम बुधवार से लागू हो गए हैं। हालांकि, फूड सप्लाई इंडस्ट्री और मेडिकल वर्कर्स को नई वीजा पाबंदियों से छूट दी गई है। साथ ही अमेरिकी नागरिकों के पति-पत्नी और बच्चों को भी छूट दी गई है।